बस्तर : Voting in the Naxal Stronghold : छत्तीसगढ़ में आज पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग पूरी हो गई है। लोगों ने अपने गांव की सरकार के लिए वोट डाल दिया। वहीं इस पंचायत चुनाव में बदलते बस्तर की तस्वीर भी दिखी, जहां घोर नक्सल इलाकों में जमकर वोटिंग हुई. लोगों ने पहाड़ों से उतरकर वोट डाला।
छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग के बस्तर जिला में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग पूरा हो चुका है और यहां देखा है कि बस्तर के बहुत अंदर-अंदर गांव से और पहाड़ों से उतरकर लोगों ने अपना मतदान किया और सुकुमार बीजापुर जिले के 130 से अधिक मतदान केदो में 40 साल बाद मतदान हो रहा है क्योंकि यहां नक्सलियों के द्वारा मतदान के लिए कोई जगह नहीं थी अर्थात यहां पर लोकतंत्र का कोई जगह नहीं था।
लेकिन हमारे भारतीय सेवा ने लगातार यहां पर अपने प्रयासों से अपने 40 साल के निरंतर प्रयासों से इस एरिया में जगह-जगह पर कैंप लगाया और नक्सलियों से सामना किया उसके बाद इसको अरुणाचल प्रभावित इलाका में अपना अत्यधिक कैंप खोला उसके बाद यहां पर वोटिंग की प्रक्रिया 40 साल बाद फिर से किया जा रहा है।
इसलिए यहां पर लोगों ने काफी उत्सुकता दिखाई क्योंकि यहां पर बहुत सारे लोग पहली बार वोट डाल रहे हैं और इस प्रकार के वस्त्र का बदलता तस्वीर भी यहां पर दिखाई दे रहा है क्योंकि यहां बहुत ज्यादा घर नक्सलवादी क्षेत्र था और यहां पर जमकर वोट की प्रक्रिया हो रही है।

Voting in the Naxal Stronghold : बस्तर संभाग में पहाड़ों से उतरकर 5 किलोमीटर दूर जाकर वोट डाला
इस प्रकार से बस्तर सांभा जी में कांकेर जिले में तीन विकासखंड कांकेर चरम और नाहरपुर में मतदान हुआ है इस प्रकार से यहां पर सुरक्षा के लिए अत्यधिक जवानों को तैनात किया गया है ताकि किसी भी प्रकार की नक्सली हमला न हो सके और मतदाताओं से बात करने का मौका भी मिले और मतदाता ने बताया कि गांव में पानी की काफी समस्या है क्योंकि यहां पर अच्छा पेयजल उपलब्ध नहीं है और यहां मतदान केंद्र में 5 किलोमीटर की दर से पहाड़ी और घने जंगलों से उतरकर लोग यहां मतदान करने पहुंचे थे और यहां पर आज तक सड़क भी नहीं बन पाया है पीने के लिए पानी भी नहीं है।
झरिया जो पहाड़ों के बीच से पानी आता है नदी नालों से वहां से पानी पीते हैं और यहां की तबीयत काफी खराब होती रहती है क्योंकि यहां रास्ता भी आने-जाने के लिए नहीं है इस प्रकार से बहुत कठिन परिस्थिति का सामना करना पड़ता है वस्त्र संभाग के इन क्षेत्रों में क्योंकि यहां नक्सली क्षेत्र होने के करण अभी तक कोई विकास नहीं हुआ है इस प्रकार से लोगों ने यहां अपना मतदान में भी काफी रुझान दिखाया है।
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