TS Singhdev Wrote a Letter to the Chief Minister for the protection of Ramgarh hill of Sarguja: सरगुजा : सरगुजा जिले की रामगढ़ पहाड़ी की सुरक्षा को लेकर विवाद बढ़ते हुए सामने आ रहा है। पूर्व उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को एक विस्तृत पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने रामगढ़ पहाड़ियों के संरक्षण की मांग की है। उन्होंने पत्र में बताया है कि यह पहाड़ी धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यावरणीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। लाखों श्रद्धालु यहाँ भगवान राम, सीता माता और लक्ष्मण के दर्शन के लिए आते हैं।
TS Singhdev Wrote a Letter to the Chief Minister for the protection of Ramgarh hill of Sarguja
टी एस सिंहदेव ने पत्र में यह भी लिखा है कि खनन से पहाड़ी को बहुत नुकसान हो सकता है। वह बताते हैं कि खनन के कारण लगातार चट्टानें गिर रही हैं और पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कांग्रेस सरकार के समय खनन को रोकने का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान में वन विभाग द्वारा जारी की गई रिपोर्टों में विसंगतियां हैं, जो खनन को मंजूरी देने का रास्ता साफ कर रही हैं।
सिंहदेव ने वन विभाग की रिपोर्ट में यह भी बताया कि खदान रामगढ़ पहाड़ी से काफी करीब है, जबकि रिपोर्ट में दूरी अधिक बताई गई है। साथ ही, उन्होंने कहा कि न केवल पर्यावरण बल्कि स्थानीय सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों को भी खतरा है। उन्होंने देश के सर्वोच्च पर्यावरणीय न्यायालय तथा वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा इस क्षेत्र को संरक्षित क्षेत्र घोषित करने की बात भी पत्र में रखी है।
उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह इस पहाड़ी के संरक्षण के लिए तुरंत उचित कदम उठाए ताकि प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि कोयला खदान के लिए अभी पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं, अतः नई खदान की आवश्यकता नहीं है।
टी एस सिंहदेव की यह पहल सरगुजा के लोगों और पर्यावरण प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है कि हमें अपनी विरासत को सुरक्षित रखना चाहिए। उन्होंने क्षेत्र में संरक्षण समिति के गठन का भी उल्लेख किया है, जो इस पहाड़ी की सुरक्षा के लिए काम कर रही है।
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