Transport Businessman Attacked in Ambikapur :सरगुजा अंबिकापुर : दो दिन पूर्व हुए सड़क हादसे के बाद ट्रांसपोर्ट व्यवसायी संजय सिंह पर हुए हमले को लेकर शहर में आक्रोश व्याप्त है। हिंदू संगठनों ने इस घटना को मॉब लिंचिंग करार देते हुए आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। सोमवार को विश्व हिंदू परिषद, श्रीराम सेना, हिंदू जागरण मंच समेत कई संगठनों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और उन पर मॉब लिंचिंग की धारा लगाने की मांग की।

Transport Businessman Attacked in Ambikapur क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार देर रात रिंग रोड पर संजय सिंह की महिंद्रा थार और वसीम कुरैशी की कार के बीच टक्कर हो गई थी। इस मामूली दुर्घटना के बाद वसीम कुरैशी, उनके डॉक्टर भाई मोनू कुरैशी और अन्य 10-15 लोगों ने मिलकर संजय सिंह पर जानलेवा हमला कर दिया। आरोपियों ने न केवल संजय सिंह की बेरहमी से पिटाई की, बल्कि उनका सिर लोहे के खंभे से बार-बार टकराया, जिससे वे लहूलुहान हो गए। इतना ही नहीं, आरोपियों ने कथित रूप से सिर कलम करने की धमकी भी दी।

धारा 109 बीएनएस जोड़ी गई
मारपीट में संजय सिंह के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद गांधीनगर पुलिस ने मामले में पूर्व में दर्ज अपराध में धारा 109 बीएनएस जोड़ दी है। सरगुजा एएसपी अमोलक सिंह ने इसकी पुष्टि की है। इससे पहले, इस मामले में धारा 115(2), 296, 3(5) और 351 (3) के तहत अपराध दर्ज किया गया था।

संजय सिंह पर भी जुर्म दर्ज
कार सवार डॉ. वसीम कुरैशी ने ट्रांसपोर्टर संजय सिंह पर आरोप लगाया है कि उन्होंने नशे की हालत में लापरवाही पूर्वक थार वाहन चलाते हुए उनकी हुंडई कार को तेज रफ्तार में टक्कर मार दी। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने संजय सिंह के खिलाफ धारा 125 (ए) और 281 के तहत मामला दर्ज किया है।
शहर में आक्रोश, जल्द कार्रवाई की चेतावनी
घटना का वीडियो सामने आने के बाद शहर में भारी रोष देखा जा रहा है। घटना के विरोध में क्षत्रिय समाज, विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच, श्रीराम सेना और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्रित होकर उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी), सरगुजा को ज्ञापन सौंपने पहुंचे। प्रदर्शन का नेतृत्व अशोक सिंह, संतोष पटवारी, नीलेश सिंह, विनीत गुप्ता, रानू दुबे सहित विभिन्न संगठनों के प्रमुखों ने किया।
हिंदू संगठनों ने कोतवाली पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया है। आरोप है कि मौके पर पहुंचे हेड कॉन्स्टेबल छत्रपाल सिंह पीड़ित की जान बचाने के बजाय अपराधियों से हाथ मिला रहे थे। मारपीट के वायरल वीडियो में यह भी दिख रहा है। वायरल वीडियो से भड़के संगठन के लोगों ने कहा कि पुलिस कार्रवाई में कोताही बरतती है तो हिंदू समाज स्वयं कड़ी सजा देना जानता है।
ज्ञापन में हिंदू समाज ने मांग की है कि आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए। इस हमले को मॉब लिंचिंग मानते हुए संबंधित धारा जोड़ी जाए। पीड़ित संजय सिंह को न्याय दिलाने के लिए आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। प्रशासन से मांग की गई कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस सुरक्षा उपाय किए जाएं। हिंदू समाज ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि यह घटना न केवल अंबिकापुर, बल्कि पूरे सरगुजा क्षेत्र में गहरी नाराजगी का कारण बन गई है। सामाजिक संगठनों ने इसे सुनियोजित सांप्रदायिक हमला बताते हुए प्रशासन से निष्पक्ष और कठोर कार्रवाई की मांग की है।
इस अवसर पर जन्मेजय पाण्डेय, दिनेश पाण्डेय, शैलेश सिंह, गोल्डी बिहाड़े, राजेश सिंह, जीतेन्द्र सोनी, धनंजय मिश्रा, अभयदीप सिंह, आलोक शुक्ला सहित समाज के अन्य लोग उपस्थित रहे।
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