Signs of Glanders in the Horse: अम्बिकापुर : सरगुजा जिले में पशु चिकित्सा विभाग ने घोड़ों में खतरनाक बीमारी ग्लैंडर्स के लक्षण दिखने के बाद सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। विवाह जैसे कार्यक्रमों में प्रयोग किए गए एक घोड़े में इस बीमारी के संकेत मिले हैं। इस घोड़े का खून का नमूना राष्ट्रीय घोड़ा अनुसंधान केंद्र, हिसार (हरियाणा) में भेजा गया है। यह पांचवीं बार है जब इस घोड़े का नमूना जांच के लिए भेजा गया है।

Signs of Glanders in the Horse
ग्लैंडर्स एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है। यह बीमारी एक खास किस्म के बैक्टीरिया से होती है। यह बीमारी ज्यादातर घोड़ों, खच्चरों और गधों में होती है। लेकिन यह बीमारी इंसानों में भी फैल सकती है। इससे इंसान भी बीमार पड़ सकते हैं। यह बीमारी सांस या त्वचा के संपर्क से फैलती है। इसके लक्षणों में बुखार, सांस लेने में दिक्कत और त्वचा पर गांठें बनना शामिल हैं।

इंसानों में यह बीमारी पशुओं के साथ रहने या उन्हें छूने से फैल सकती है। बीमारी होने पर इंसानों को बुखार, सिर दर्द और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। अभी तक इस बीमारी का कोई पूरा इलाज नहीं है। संक्रमित पशुओं को मार दिया जाता है ताकि यह बीमारी और न फैले।
पशु चिकित्सा विभाग ने सभी घोड़ा पालकों से सहयोग करने की अपील की है। साथ ही, घोड़ों और खच्चरों की आवाजाही पर रोक लगाने की भी तैयारी की जा रही है।
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