Ramgarh Mahotsav 2025:– अंबिकापुर: अम्बिकापुर जिला पुरातत्व संघ के संरक्षण में इस वर्ष रामगढ़ महोत्सव 2025 का आयोजन 11 और 12 जून को उदयपुर विकासखंड स्थित प्राचीन रामगढ़ स्थल पर किया जाएगा। यह पर्व प्रतिवर्ष आषाढ़ मास के पहले दिन के शुभ अवसर पर आयोजित किया जाता है, जिसका मकसद क्षेत्रीय सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करना और पारंपरिक विरासत को नई पीढ़ी तक पहुँचाना है।

Ramgarh Mahotsav 2025
स्थान -प्राचीन रामगढ़, उदयपुर विकासखंड, अम्बिकापुर , तिथि: 11 एवं 12 जून 2025, आयोजक: जिला पुरातत्व संघ, अम्बिकापुर, रामगढ़ महोत्सव के दो दिवसीय कार्यक्रम में विविध सांस्कृतिक, साहित्यिक और शैक्षिक गतिविधियाँ आयोजित होंगी। पहले दिन रामगढ़ की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पुरातात्विक महत्ता पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन होगा, इसके साथ ही क्षेत्रीय साहित्यकारों और कवियों द्वारा कवि सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्थानीय बोली, संस्कृति और परंपराओं पर आधारित रचनाएँ प्रस्तुत की जाएंगी।
दूसरे दिन रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी, जिनमें स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राएँ, लोक कलाकार और आमंत्रित सांस्कृतिक दल लोकनृत्य, गीत, नाटक और नृत्य-नाटिका प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा, पारंपरिक हस्तशिल्प, चित्रकला, स्थानीय व्यंजन और पर्यटन से जुड़े स्टॉल भी महोत्सव स्थल पर लगाए जाएंगे, जिससे आगंतुकों को क्षेत्रीय संस्कृति का अनुभव मिलेगा।

सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण, ऐतिहासिक महत्व
रामगढ़ महोत्सव केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह आयोजन क्षेत्र की ऐतिहासिक पहचान, लोककला, साहित्य और परंपराओं के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए एक सशक्त मंच है। इस आयोजन के जरिए नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने का प्रयास किया जाता है। साथ ही, यह महोत्सव स्थानीय पर्यटन को भी प्रोत्साहित करता है, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान मिलता है।
महोत्सव की सफलता के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, पर्यटन, शिक्षा विभाग और स्थानीय पंचायतों का सहयोग लिया जा रहा है। आयोजन स्थल पर सुरक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली, स्वच्छता, यातायात और पार्किंग जैसी सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। आयोजन से पूर्व 4 जून को एक समन्वय बैठक होगी, जिसमें सभी संबंधित विभागों के अधिकारी, आयोजन समिति के सदस्य और स्थानीय प्रतिनिधि भाग लेंगे।
रामगढ़ महोत्सव में स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी रहती है। वे न केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं, बल्कि अपने पारंपरिक व्यंजन, हस्तशिल्प और कलाकृतियाँ भी प्रदर्शित करते हैं। यह आयोजन ग्रामीण युवाओं, महिलाओं और बच्चों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने और सांस्कृतिक धरोहर को समझने का सुनहरा अवसर है।

रामगढ़ स्थल छत्तीसगढ़ की प्राचीन सभ्यता, शैलचित्रों, गुफाओं और ऐतिहासिक स्मारकों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की विरासत को संरक्षित करने और जनमानस में जागरूकता लाने के उद्देश्य से यह महोत्सव हर वर्ष आयोजित किया जाता है। रामगढ़ की गुफाएँ, शिलालेख और पुरातात्विक अवशेष इतिहास प्रेमियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
रामगढ़ महोत्सव 2025, 11 और 12 जून को प्राचीन रामगढ़ स्थल पर आयोजित होगा। यह दो दिवसीय आयोजन न केवल क्षेत्रीय सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि स्थानीय समुदाय, प्रशासन और विशेषज्ञों के सहयोग से क्षेत्र की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने का प्रयास भी है। महोत्सव के माध्यम से न केवल सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी।
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