Press Conference of Former Deputy CM TS Singhdev : अम्बिकापुर : छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में कांग्रेस पार्टी ने आज से ‘बिजली न्याय आंदोलन’ की शुरुआत की। यह आंदोलन राज्य सरकार द्वारा बिजली दरों में की गई बढ़ोतरी के खिलाफ किया जा रहा है। आंदोलन के पहले दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने अम्बिकापुर के राजीव भवन में प्रेस वार्ता कर आंदोलन की जानकारी मीडिया को दी और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।

Press Conference of Former Deputy CM TS Singhdev
टीएस सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने डेढ़ साल के भीतर चौथी बार बिजली दरों में बढ़ोतरी की है, जिससे आम जनता, किसान और गरीब वर्ग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों को झटका लगा है और किसान पहले से ही महंगाई से परेशान हैं, ऊपर से बिजली बिलों में 30% से 50% तक वृद्धि ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 से 2023 तक कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान बिजली दरों में ना के बराबर वृद्धि हुई और सरकार ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए 3200 करोड़ से अधिक की सब्सिडी दी थी। वहीं, वर्तमान सरकार बिजली को कमाई का जरिया बना रही है और सीधे-सीधे जनता पर भार डाल रही है।
इस आंदोलन के तहत पूरे प्रदेश में 15 जुलाई से 22 जुलाई 2025 तक अलग-अलग चरणों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। पहले दिन सभी जिलों में प्रेस वार्ता की जा रही है, जिसमें आंदोलन के उद्देश्य को जनता के सामने रखा जा रहा है।

आंदोलन की रूपरेखा इस प्रकार तय की गई है:
- 15 जुलाई: सभी जिलों में प्रेस कांफ्रेंस और सरकार की नीतियों पर सवाल।
- 16 से 18 जुलाई: ब्लॉक स्तर पर बिजली विभाग कार्यालयों का घेराव।
- 22 जुलाई: सभी जिला मुख्यालयों में बिजली वितरण कंपनी के दफ्तरों के सामने प्रदर्शन।
टीएस सिंहदेव ने कहा कि अगर सरकार लोगों की आवाज नहीं सुनेगी, तो कांग्रेस सड़क से विधानसभा तक आंदोलन करेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे शांतिपूर्ण तरीके से जनता की आवाज को मज़बूती से सरकार तक पहुँचाएँ।
उन्होंने यह भी कहा कि आज की यह सरकार केवल अमीरों के फायदे के लिए काम कर रही है और गरीबों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। कांग्रेस इस जनविरोधी नीति के खिलाफ चुप नहीं बैठेगी और प्रत्येक विद्युत उपभोक्ता की लड़ाई लड़ेगी।
इस मौके पर कांग्रेस के कई स्थानीय नेता, पार्षद, कार्यकर्ता एवं नागरिक समाज के लोग भी मौजूद रहे। सभी ने आंदोलन को एकजुट होकर समर्थन देने की बात कही और सरकार से बिजली दरों के फैसले को वापस लेने की मांग की।
अम्बिकापुर से शुरू हुआ यह आंदोलन आने वाले दिनों में प्रदेशभर में और तेज़ होगा। कांग्रेस ने इस मुद्दे को जनता से जुड़ा सबसे बड़ा सवाल बताते हुए इसे आंदोलन की शक्ल दी है, जिससे सरकार पर दबाव बनाया जा सके और गरीब, किसान एवं आम नागरिकों को राहत दिलाई जा सके।
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