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अंबिकापुर में बारिश के बाद नगर निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल: सड़क डामरीकरण, नालों की सफाई और जलभराव की स्थिति पर विवाद प्रेस कॉन्फ्रेंस : Press Conference of BJP

Press Conference of BJP

Press Conference of BJP: अम्बिकापुर : अंबिकापुर शहर में जब वो बारिश हुई तो स्थिति अंबिकापुर शहर में क्या थी, आप सबसे छुपी हुई नहीं है। से प्रभावित हो गए। ऐसी स्थिति नगर निगम अंबिकापुर में पहली बार बनी है और उसके बाद भी मेरे मैंने ये कहा कि जहां कहीं भी चूक हो गई है उसको तत्काल सुधारिए लेकिन आज जो प्रेस कॉन्फ्रेंस करना पड़ रहा है कि कल जो बारिश हुई एक थोड़े समय के लिए जो बारिश हुई थी, उस छोटा सा काम करना है 23 नंबर और 24 नंबर के बीच में।

एक नाला बना हुआ है और उस नाला को जोड़ने के लिए ₹6 करोड़ आया था। 22 अप्रैल को पहली बार निविदा बुलाई गई और अभी ये तीसरी बार ये टेंडर प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया। सीधा-सीधा इसमें जो चर्चा आ रहा है कि एक तरफ मेयर हैं, उनके ठेकेदार हैं, एक तरफ जिला अध्यक्ष के ठेकेदार हैं, वो आपस में लड़ाई कर रहे हैं जिस वजह से सड़क का डामनीकरण नहीं हुआ। कई जगह के पैच रिपेयरिंग का काम नहीं हुआ। पांच जोन में सड़क को बांटी गई थी, इस पे क्या कहेंगे?

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अगर ऐसा कुछ है जो आपका कहना है, जो आपके पास जो जानकारी है, तो वास्तव में चिंताजनक स्थिति है कि भारतीय जनता पार्टी को अंबिकापुर शहर के नागरिकों से भी ऊपर समझा जा रहा है। नगर निगम अंबिकापुर के जो जनप्रतिनिधि हैं, वो ऊपर नहीं हैं। उन जनप्रतिनिधियों को बैठाने वाले अंबिकापुर शहर की जनता है।

उनको जनता की चिंता करनी चाहिए कि अगर आपस के जो झगड़े हैं, उसके कारण टेंडर ना कैंसिल करके, अंबिकापुर शहर के लोगों को जल्द से जल्द राहत मिले, इसका प्रयास होना चाहिए। और ये गलत है और जिसका जितने बिंदुओं पे मैं चर्चा किया हूं, अगर एक सप्ताह के अंदर सुधार नहीं होता है, ठेकेदारों का अगर पैसा वापस नहीं होता है, इसका उचित जवाब नहीं आता है, सड़कों के गड्ढे भरे नहीं जाते हैं, साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं होती है, सड़क बत्ती जो बंद पड़े हुए हैं, उसमें सुधार नहीं होता है, अगर नालियों की सफाई ठीक नहीं होती है, वैसी स्थिति में हम एक सप्ताह के अंदर मवेशी जो घूम रहे हैं शहर में, उनकी व्यवस्था, उनका प्रबंधन अगर उचित नहीं होता है, वैसी स्थिति में हम कांग्रेस जन आंदोलन करने के लिए, घेराव करने नगर निगम अंबिकापुर में कांग्रेस आज विपक्ष की जिम्मेदारी में है और नगर निगम अंबिकापुर में एक बड़े बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी सत्ता में बैठी हुई है और भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जिस तरीके से, जिस तरीके से कार्य किया जा रहा है, वास्तव में वो चिंताजनक है और काफी गंभीर है।

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आज नगर निगम अंबिकापुर में पहली बार ऐसा हुआ है कि जिस दिनांक को स्पीड पोस्ट से टेंडर पहुंचना था, आज 23 तारीख है और 22 तारीख के डेट में आज ही पत्र जारी किया गया है कि टेंडर निरस्त कर दिया गया। जबकि सारे टेंडर नगर निगम अंबिकापुर में पहुंच गए हैं और बिना किसी कारण के आयुक्त के द्वारा ये आदेश जारी किया जाता है कि टेंडर निरस्त कर दिया गया है, टेंडर स्थगित की गई है। तो उसमें वाजिब कारण आयुक्त को, महापौर को बताना पड़ेगा कि किन कारणों से, शासन से कोई ऐसा आदेश आया है क्या कि पैसा रोक दिया गया है? या इस टेंडर को अब नहीं करना है?

कोई ऐसा आदेश है या शहर में आपदा की स्थिति आ गई है? किन कारणों से उनके द्वारा निरस्त किया गया? तो ये एक गंभीर मामला था जिसके कारण आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करना पड़ा है और इस माध्यम से हम चेतावनी भी दे रहे हैं नगर निगम अंबिका- कि इसके लिए माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा डामरीकरण के लिए 20 करोड़ की घोषणा दिसंबर में 2024 में की गई थी। अंबिकापुर शहर के लोगों ने उस पर भरोसा किया कि अगर माननीय मुख्यमंत्री बोल रहे हैं तो जरूर पैसा आएगा और यहां का विकास होगा और डामरीकरण के काम होंगे।

लेकिन अंबिकापुर नगर निगम अंबिकापुर में 20 करोड़ रुपए की राशि आज दिनांक तक डामरीकरण के लिए प्राप्त नहीं हुआ है, जो वास्तव में माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद पैसा नहीं आना, यह चिंताजनक स्थिति है कि क्योंकि मुख्यमंत्री पर अगर भरोसा टूट जाए तो फिर प्रदेश की जनता का क्या होगा? इसको समझना होगा। दूसरी बात अंबिकापुर शहर में जो सड़कों की स्थिति है कि आज अगर बड़े-बड़े गड्ढे हैं और उन गड्ढों के लिए सोशल मीडिया में जो न्यूज़ चल रहे हैं और प्रिंट मीडिया में जो न्यूज़ देखने को मिलता है, हमारे जो जनप्रतिनिधि हैं चाहे वह विपक्ष के हो, चाहे सत्ता पक्ष के हो, उनके द्वारा जो लगातार शिकायत की जा रही है कि सड़कों की स्थिति बदतर है और उन सड़कों के गड्ढे भरे नहीं जा रहे हैं, यह चिंताजनक स्थिति है।

उसी तरीके से अंबिकापुर शहर में लगभग 2000 जो सड़क बत्ती हैं, बंद पड़े हुए हैं, जो अंबिकापुर शहर के लोगों ने यह सोचा था कि अंबिकापुर में ट्रिपल इंजन की सरकार बनेगी भाजपा के बैठने से और ट्रिपल रफ्तार से काम होगा अंबिकापुर शहर का। लेकिन आज जो महसूस अंबिकापुर शहर में हम लोग कर रहे हैं कि ट्रिपल रफ्तार से उनकी दिक्कतें अंबिकापुर शहर के लोगों की परेशानी को बढ़ाने का काम भाजपा कर रही है।

उसी तरीके से आप देखेंगे पूरे शहर में जो मवेशी हैं, उनके लिए कोई प्रबंधन, उचित प्रबंधन नगर निगम अंबिकापुर के द्वारा नहीं किया गया है जबकि कांग्रेस की सरकार थी उस समय छेका-बेड़ा के माध्यम से हम लोगों के द्वारा जो कार्य किया जा रहा था जिससे अंबिकापुर शहर के लोगों को परेशानी से कुछ हद तक बचाने में हम लोग सफल रहे। आज अंबिकापुर नगर निगम में कोई नगर निगम के माध्यम से भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा रही है जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं घट रही हैं।

साथ ही मवेशियों की जानें जा रही हैं। उसी तरीके से अंबिकापुर शहर में आप देखेंगे कि वर्षा ऋतु से पूर्व की जो तैयारी होती है जिसमें जहां-जहां जलजमाव होता है जनप्रतिनिधियों से जानकारी ली जाती है कि कहां-कहां पर पानी का जमाव होता है और उसमें पहले उसमें सुधार किया जाता है कि जो टेंपरेरी एक व्यवस्था बनाई जाती है कि अगर पानी खूब बारिश हो तो वह पानी कहां तक निकल कर चला जाएगा तो कच्चे नाला या कुछ भी खोदकर एक व्यवस्था बनाई जाती है लेकिन निगम अंबिकापुर के द्वारा वर्षा ऋतु से पूर्व की तैयारियों में कोई तैयारी नहीं की गई यहां तक कि कोई जानकारी जनप्रतिनिधियों से नहीं ली गई कि आपके वार्ड में कहां-कहां पानी का जमाव होता है जो स्थिति यह बनी रही जिसके कारण अंबिकापुर शहर के लोगों को जब वर्षा ऋतु में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और उस समय भी निगम के उच्च अधिकारियों से मेरी बात हुई।

और मैंने यह कहा कि इसमें जो कमी रह गई है उसको आप दूर करिए और इसमें तत्काल सुधार करिए कि आने वाले समय में कोई परेशानी ना हो लेकिन कल थोड़े समय के लिए जो वर्षा हुई है उसमें भी कई वार्डों में जल भराव की स्थिति बन गई जिसमें गांधीनगर का जो एरिया है, गुठरापारा का जो एरिया है, चांदनी चौक से नीचे का जो एरिया है, इन जगहों पर पानी का जो जमाव हो रहा है जो छोटे-छोटे प्रयास से उसको ठीक किया जा सकता है, उन कार्यों को भी नगर निगम अंबिकापुर के द्वारा नहीं किया जा रहा है।

आज वर्षा ऋतु से पूर्व में जो सफाई की एक व्यवस्था बननी चाहिए कि जैसे सफाई के कार्य हैं पूरे नाला, नाली साफ ताकि यह हो कि बारिश के दिनों में पानी का रुकाव ना हो, जमाव ना हो, उस कार्य को भी 60% नहीं किया गया जिसके कारण अंबिकापुर नगर निगम में जो परेशानी जल भराव की जो स्थिति है वह बन गई।

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