Negligence in the hospital: रघुनाथपुर– सरगुजा :अंबिकापुर के रघुनाथपुर चौकी क्षेत्र के सिलसिला गांव में रविवार को दो बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। हादसे के बाद पीड़ित परिवार अपने बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा, लेकिन वहां उन्हें और कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
रघुनाथपुर चौकी अंतर्गत ग्राम सिलसिला में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जिसमें शव वाहन उपलब्ध न होने के कारण परिजनों को अपने मासूम बच्चों के शव मोटरसाइकिल पर ले जाने की मजबूरी झेलनी पड़ी।

Negligence in the hospital पोस्टमार्टम के लिए लंबा इंतजार
परिजनों ने आरोप लगाया कि वे सुबह से ही पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में परेशान होते रहे। डॉक्टरों पर 20 हजार रुपए की मांग करने का भी आरोप लगाया गया है। जब परिजनों ने रकम देने में असमर्थता जताई, तो डॉक्टर ने कथित तौर पर शव वाहन उपलब्ध न होने का हवाला देते हुए शव को मोटरसाइकिल से ले जाने की सलाह दी।
शव वाहन न होने से बढ़ी परेशानी
अस्पताल में शव वाहन (एम्बुलेंस) की सुविधा न मिलने के कारण परिवार को अपने बच्चों के शव मोटरसाइकिल पर घर ले जाना पड़ा। इस दर्दनाक दृश्य ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर दिया, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

पीड़ित परिवार की व्यथा
परिजनों का कहना है कि वे सुबह से ही परेशान थे, लेकिन न तो समय पर पोस्टमार्टम हुआ और न ही शव वाहन की सुविधा मिल पाई। डॉक्टर ने शव वाहन न होने की बात कहकर शव को मोटरसाइकिल से ले जाने के लिए मजबूर कर दिया।

प्रशासन की संवेदनहीनता पर सवाल
इस घटना के बाद क्षेत्रीय प्रशासन की लापरवाही और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली उजागर हुई है। ग्रामीणों और पीड़ित परिवार ने संबंधित डॉक्टर पर कार्रवाई और प्रत्येक अस्पताल में शव वाहन उपलब्ध कराने की मांग की है।
यह घटना न केवल प्रशासन की उदासीनता को दर्शाती है, बल्कि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक स्थिति को भी सामने लाती है। उम्मीद है कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले की गंभीरता को समझते हुए उचित कार्रवाई करेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
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