सरगुजा : knowledge of this Little Google : भारत के मध्य प्रदेश से एक अद्भुत न्यूज़ सामने आ रहा है जिसमें बताया गया है कि मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के आदिवासी क्षेत्र भगवानपुर के ग्राम मदनी खुर्द में जो 3:30 से साल की छोटी बच्ची है जिसको लिटिल गूगल के नाम से जाना जा रहा है इसकी बुद्धि अद्वितीय है जिस उम्र में बच्चों को अच्छे से बोलना भी नहीं आता है।
उसे उम्र में यह छोटी सी बच्ची ऐसा ज्ञान रखती है जिसको सुनकर सभी लोग दंग रह गए और इसका नाम है ध्रुवि जो की 180 से अधिक देश और भारत के सभी राज्यों की राजधानियां पूरी अच्छे तरीके से जानती है इतना ही नहीं इस बच्चे को बहुत ज्यादा नॉलेज है और इतना छोटी उम्र में इतना बड़ा ज्ञान हैरान करने वाली बात है।
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के आदिवासी क्षेत्र भगवानपुरा के ग्राम मदनी खुर्द की साढ़े तीन वर्षीय ध्रुवी मंडलोई अपनी अद्वितीय बुद्धिमत्ता के कारण चर्चा का केंद्र बनी हुई है। जिस उम्र में बच्चे सही से बोलना भी सीखते हैं, उसी उम्र में यह नन्हीं बालिका ऐसा ज्ञान रखती है जिससे हर कोई हैरान है।

knowledge of this Little Google
भारत के राज्यों की सभी राजधानियों और 180 से अधिक देश के नाम और प्रिडिक टेबल बिना किसी रुके हुए अच्छे तरीके से सुना सकती है और इस बालिका की किसी भी स्कूल में अभी तक दाखिला नहीं हुआ है छोटे से गांव से निकलकर दिल्ली तक पहुंचा दिया क्योंकि इस बच्चे में इतना प्रतिभा है कि वह बिना किसी स्कूल में एडमिशन लिए पूरे दुनिया में छाई हुई है इस प्रकार से उसकी प्रतिभा दिल्ली तक पहुंच गई है अभी और हाल ही में उसका नाम वर्ल्डवाइड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है।

इस लिटिल गूगल के ज्ञान से हर कोई हैरान हो रहा
15 फरवरी को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा उसको शील्ड मेडल और प्रमाण पत्र देकर दिल्ली में सम्मानित किया गया है। इस प्रकार से छोटी से बच्ची अपनी प्रतिभा दिखाई हुई दिल्ली तक पहुंच गई है इस बच्ची के पिता अजय मंडलोई गांव में रहकर खेती का काम करते हैं और उनके पिता ने बताया कि उनकी बेटी दो से ढाई वर्ष की है और उसने टीवी देखते हुए धीरे-धीरे किरदारों के नाम दोहराने शुरू कर दिए थे माता-पिता को महसूस हुआ की बच्ची सीखने में बहुत अच्छी है और उसे भारत के राज्यों की राजधानी सीखनी शुरू कर दी।
बाद में विश्व की राजधानी राष्ट्रगान कविताएं बहुत सारी चीज सिखाई उसके बाद उसे बच्चों को तेजी से सब कुछ याद होने लगा इसके बाद उसको अच्छे से मार्गदर्शन दिया जाता था और शहर सरकारी सहयोग भी दिया जाने लगा इस प्रकार से वह छोटी से गांव से निकलकर अभी पूरा देश में नाम चल रहा है छोटी सी बच्ची का इस प्रकार से अपनी प्रतिभा से बहुत आगे चली गई है और इतनी छोटी सी उम्र में इतना ज्यादा कुछ याद रख पाना बहुत अच्छी बात है।
Read Also- मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय अपने जन्मदिवस पर गृह ग्राम बगिचा पहुंचे, उन्होंने अपनी माता श्रीमती जसमनी देवी से सपत्नीक आशीर्वाद लिया