Government son-in-law Dispute :लोहड़ीगुड़ा– बस्तर : हाल ही में बस्तर के लोहड़ीगुड़ा में एक अनोखा विरोध देखने को मिला। यहां ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के दामाद की खातिरदारी के लिए बकरा, देसी मुर्गा, देशी शराब, बॉयलर आदि सामान इकट्ठा कर SDM (अनुविभागीय अधिकारी) को सौंप दिया। ग्रामीणों का कहना था कि मुख्यमंत्री के दामाद केवल उनके नहीं, बल्कि पूरे इलाके के “सरकारी दामाद” हैं, इसलिए उनकी मेहमाननवाजी में कोई कसर नहीं रहनी चाहिए।

Government son-in-law Dispute
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत के फंड से मुख्यमंत्री के दामाद की मेहमाननवाजी की जा रही थी। हाल ही में एक आदिवासी सरपंच के खिलाफ इसी सिलसिले में FIR दर्ज हुई थी, जिससे गांव वालों में नाराजगी है। गांव वालों ने तंज कसते हुए खुद ही दामाद जी के लिए सामग्री जुटाकर SDM को सौंप दी, ताकि आगे पंचायत के पैसे का दुरुपयोग न हो और किसी सरपंच को कानूनी कार्रवाई का सामना न करना पड़े।

ग्रामीणों की मांगें
मुख्यमंत्री के दामाद की खातिरदारी के लिए सरकारी धन का गलत इस्तेमाल रोका जाए। आदिवासी सरपंचों को झूठे मामलों में न फंसाया जाए। प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच करे। SDM कार्यालय के बाहर हुए इस प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है। संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है।

यह घटना बस्तर में प्रशासनिक व्यवस्था और जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। ग्रामीणों का यह व्यंग्यात्मक विरोध सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है और इसने पंचायत स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार और दबाव की ओर ध्यान आकर्षित किया है।

नोट: यह खबर सोशल मीडिया और स्थानीय समाचार माध्यमों के आधार पर तैयार की गई है। प्रशासनिक जांच के बाद और तथ्य सामने आ सकते हैं।
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