Congress’s Fierce Protest Against Rationalization:– अंबिकापुर: अंबिकापुर में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शिक्षा विभाग में की जा रही युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस दौरान ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) कार्यालय के बाहर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी तनावपूर्ण माहौल बन गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ राज्य सरकार के खिलाफ, बल्कि पुलिस के विरोध में भी जोरदार आवाज उठाई।

Congress’s Fierce Protest Against Rationalization
प्रदर्शन में शहर और ग्रामीण ब्लॉकों के मुख्य कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें हेमंत सिन्हा, विनय शर्मा, मो. इस्लाम, दुर्गेश गुप्ता, संजीव मंदिलवार, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, शैलेन्द्र सोनी, सत्येंद्र तिवारी, सीमा सोनी, मधु दीक्षित, आशीष वर्मा और अन्य थे।
इसके अलावा, जिले के लखनपुर, उदयपुर, लुंड्रा, मैनपाट, सीतापुर और बतौली विकासखंडों में भी बीईओ कार्यालय का घेराव कर सरकार को ज्ञापन दिया गया। कांग्रेस का कहना है कि सरकार को अपनी पुनर्संरचना नीति को तुरंत वापस लेना चाहिए, नहीं तो पूरे प्रदेश में और भी तेज आंदोलन होगा।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पुनर्संरचना प्रक्रिया में अनियमितताएं हुई हैं और यह कदम शिक्षा के निजीकरण की दिशा में बढ़ रहा है। उनका आरोप है कि इस फैसले के चलते प्रदेश में लगभग 45,000 शिक्षकों की नौकरियां खतरे में हैं और 10,463 शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने की योजना है। इससे न केवल शिक्षकों, बल्कि स्कूलों में कार्यरत रसोइयों, सहायकों और महिला स्व-सहायता समूहों के रोजगार पर भी संकट मंडरा रहा है।

कांग्रेस ने इस नीति को जनविरोधी और संविधान के खिलाफ बताया है। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार को स्कूल बंद करने के बजाय शिक्षकों की नियुक्ति करनी चाहिए, जिससे विद्यार्थियों का भविष्य सुरक्षित रह सके। उनका यह भी कहना है कि भाजपा सरकार का उद्देश्य शिक्षकों की नियुक्ति से बचना और सरकारी स्कूलों की स्थिति को कमजोर करना है।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी बहस और झड़पें भी हुईं, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। प्रदर्शनकारियों ने BEO कार्यालय का घेराव किया और सरकार से युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को वापस लेने की मांग की।
पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने भी इस प्रक्रिया की आलोचना करते हुए कहा कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और विद्यार्थियों का भविष्य संकट में आ जाएगा। कुल मिलाकर, अंबिकापुर में युक्तियुक्तकरण के खिलाफ कांग्रेस का विरोध लगातार तेज हो रहा है और आने वाले समय में आंदोलन के और उग्र होने की संभावना जताई जा रही है।
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