Big Disclosure in Ration Card e-KYC Investigation: रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी (आधार से पहचान की पुष्टि) करना अनिवार्य कर दिया है। इसका मकसद है कि राशन वितरण में केवल सही और पात्र लोगों को ही लाभ मिले। इस प्रक्रिया के तहत राशन कार्ड को आधार नंबर से जोड़ा जाता है ताकि फर्जी और डुप्लीकेट कार्डों की पहचान की जा सके।

Big Disclosure in Ration Card e-KYC Investigation
अब तक छत्तीसगढ़ में लगभग 81 लाख राशन कार्ड बनाए गए हैं, जिन पर करीब 2.73 करोड़ लोग जुड़े हैं। इनमें से 2.35 करोड़ लोगों का ई-केवाईसी पूरा हो चुका है, जबकि लगभग 38 लाख लोगों का काम अभी बाकी है। सरकार ने साफ कहा है कि जो लोग समय पर ई-केवाईसी नहीं कराएंगे, उनका नाम राशन कार्ड से हटा दिया जाएगा और उन्हें राशन नहीं मिलेगा।
जांच के दौरान कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां एक ही आधार नंबर से अलग-अलग जगह राशन कार्ड बनाए गए थे। इसके अलावा, कुछ कार्ड ऐसे भी मिले जिन पर मृतक या 100 साल से अधिक उम्र के लोगों के नाम दर्ज थे, जबकि वे अब जीवित नहीं हैं।
इस तरह के फर्जी कार्डों की वजह से सरकारी राशन का गलत इस्तेमाल हो रहा था।
खाद्य नागरिक आपूर्ति संचालनालय की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि 100 साल से अधिक उम्र के 1806 लोगों के नाम पर राशन कार्ड बनाए गए हैं। सबसे हैरान करने वाला मामला 162 साल की एक महिला का है, जिसके आधार से एक पुरुष सदस्य का नाम राशन कार्ड में जोड़ दिया गया। जांच में ऐसे सदस्य भी सामने आए जिनके आधार कार्ड निष्क्रिय हैं या जिनकी मृत्यु हो चुकी है।
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