Against Rationalization Statewide Agitation Announced on July 1: रायपुर :छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग की युक्तियुक्तकरण (Rationalization) नीति को लेकर शिक्षकों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि इस फैसले से प्रदेश के कई स्कूल बंद हो सकते हैं और कई शिक्षकों की नौकरी पर भी असर पड़ेगा। इससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होगी।

Against Rationalization Statewide Agitation Announced on July 1
इसी वजह से “शिक्षक साझा मंच” ने 1 जुलाई को पूरे छत्तीसगढ़ के 146 विकासखंडों में एक दिन का आंदोलन करने का फैसला लिया है। इस दिन सभी शिक्षक अपने-अपने ब्लॉक मुख्यालयों में इकट्ठा होकर सरकार के इस फैसले का विरोध करेंगे।
शिक्षकों का कहना है कि युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में कई खामियां हैं। इससे दूर-दराज और आदिवासी इलाकों के स्कूलों में पढ़ाई और कमजोर हो जाएगी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस नीति की फिर से समीक्षा की जाए, स्कूलों को बंद न किया जाए और शिक्षकों की कमी को दूर किया जाए।

इस आंदोलन को लेकर प्रदेश के सभी शिक्षक संगठनों में काफी गुस्सा है। वे एकजुट होकर सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि उनकी मांगें मानी जाएं।
कांग्रेस पार्टी ने भी इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है। कांग्रेस का कहना है कि युक्तियुक्तकरण के चलते हजारों स्कूल बंद हो सकते हैं और हजारों शिक्षकों की नौकरी जा सकती है, जिससे कई परिवारों की रोजी-रोटी पर असर पड़ेगा।

कुल मिलाकर, छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग की नई नीति के खिलाफ शिक्षक और विपक्ष दोनों ही खुलकर सामने आ गए हैं। 1 जुलाई को पूरे राज्य में शिक्षक आंदोलन करेंगे और अपनी बात सरकार तक पहुंचाएंगे।
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