Action Against Liquor in Tribal Dominated Villages in Surguja : अम्बिकापुर :लखनपुर/सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र के आदिवासी बहुल गांवों में आबकारी विभाग की टीम पर अवैध वसूली के आरोप लगे हैं। बताया गया है कि टीम गांवों में जाकर महुआ शराब को लेकर किसानों और ग्रामीणों को डराती है और पैसे मांगती है।

Action Against Liquor in Tribal Dominated Villages in Surguja आदिवासी परंपरा को मिली अनुमति
सरगुजा संभाग में बड़ी संख्या में आदिवासी लोग रहते हैं। यहां पर तीज-त्योहार, खेती-बाड़ी और खास मौकों पर महुआ की शराब बनाना और पीना इनकी परंपरा है। सरकार ने इन्हें घरेलू उपयोग के लिए पारंपरिक शराब बनाने की अनुमति भी दी है।
गांववालों का कहना है कि आबकारी विभाग के अधिकारी बिना सूचना के गांव में आते हैं और घरों में घुस कर तलाशी लेते हैं। वे महुआ शराब बनाने के नाम पर कार्रवाई करने की धमकी देते हैं और गांव वालों से पैसे लेकर मामला निपटा लेते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई मौके पर महिलाओं और बुजुर्गों से ठीक से बात भी नहीं करते हैं।
आदिवासी समाज की मांग
यह मामला सामने आने के बाद सर्व आदिवासी समाज के नेताओं ने इस मुद्दे पर आवाज उठाई है। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने और ऐसे वसूली पर रोक लगाने की मांग की है।
प्रशासन की ओर से अभी कोई ठोस कदम या जांच की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।
इन घटनाओं से आदिवासी समुदाय में नाराज़गी है। लोगों ने मांग की है कि उनके पारंपरिक अधिकारों का सम्मान किया जाए और अवैध वसूली पर पूरी तरह रोक लगे।
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