Girl Found Dead in Surajpur Forest, Police Suspect Rape and Murder: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। रामानुजनगर थाना क्षेत्र के सेंदरी गांव के जंगल में शनिवार सुबह एक 8वीं कक्षा की छात्रा की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। बच्ची शुक्रवार को महुआ बीनने जंगल गई थी, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटी। परिजनों और ग्रामीणों ने रातभर तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। शनिवार सुबह ग्रामीणों को जंगल के पास उसकी चप्पल और टिफिन मिला, जिसके कुछ ही दूरी पर बच्ची की लाश पड़ी थी।

मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंच गए। जांच के दौरान बच्ची की लाश अर्धनग्न हालत में पाई गई। उसके गले, चेहरे और हाथों पर धारदार हथियार से कट के निशान थे। कपड़े भी शव से थोड़ी दूरी पर पड़े मिले और घटनास्थल पर खून के धब्बे भी पाए गए। फॉरेंसिक टीम के सदस्य कुलदीप कुजूर ने बताया कि घटनास्थल की स्थिति देखकर लगता है, बच्ची की हत्या कहीं और की गई और बाद में शव को यहां फेंका गया है।
पुलिस की प्राथमिक जांच और बयान
पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने बताया कि बच्ची के घर न लौटने पर गुमशुदगी दर्ज की गई थी। शनिवार सुबह उसकी लाश जंगल में मिली। मामला बेहद संदिग्ध है और हर एंगल से जांच की जा रही है। फिलहाल, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है, लेकिन पूरी सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी।
ग्रामीणों में आक्रोश, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
घटना के बाद से इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने बच्चियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। वे आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और जांच में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
आगे की कार्रवाई
फिलहाल पुलिस और फॉरेंसिक टीम सबूत जुटाने में लगी है। आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। बच्ची के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा और दोषियों को कानून के मुताबिक सख्त सजा दिलाई जाएगी।
यह घटना एक बार फिर समाज में बच्चियों की सुरक्षा और महिला अपराधों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी है कि वे जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ें और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं1।
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