D.El.Ed. got more Popularity than B.Ed: छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ में 2025 के शिक्षक प्रशिक्षण प्रवेश परीक्षाओं में डीएलएड को बीएड से ज्यादा लोकप्रियता मिली है। प्रदेश में बीएड के लिए 14,400 सीटें उपलब्ध हैं, जबकि डीएलएड के लिए 6,720 सीटें हैं, लेकिन आवेदन की संख्या में डीएलएड ने बीएड को पीछे छोड़ दिया है। इस साल डीएलएड प्रवेश परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की संख्या में ऐतिहासिक बढ़ोतरी देखी गई है, जो इस कोर्स की बढ़ती मांग को दर्शाती है।

D.El.Ed. got more Popularity than B.Ed
विशेषज्ञों के अनुसार, डीएलएड को प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा में शिक्षक बनने के लिए जल्दी नौकरी मिलने की संभावना के कारण अभ्यर्थी अधिक आकर्षित हो रहे हैं। इसके अलावा, डीएलएड कोर्स की फीस और अवधि भी बीएड की तुलना में कई जगह कम होने से यह विकल्प ज्यादा पसंद किया जा रहा है। वहीं, बीएड कोर्स में भी बदलाव आ रहे हैं, जैसे कि 2026 से वन वर्ष का बीएड कोर्स शुरू होने की योजना है, जिससे भविष्य में शिक्षक प्रशिक्षण प्रणाली में सुधार होगा।
बढ़ोतरी ने शिक्षक प्रशिक्षण क्षेत्र में एक नया रुझान स्थापित
सरकारी और निजी दोनों स्तरों पर डीएलएड की सीटों की संख्या अधिक होने के कारण भी आवेदन बढ़े हैं। साथ ही, शिक्षक भर्ती में प्राथमिक स्तर पर डीएलएड धारकों की मांग अधिक होने से अभ्यर्थी इस कोर्स को प्राथमिकता दे रहे हैं। इस बढ़ोतरी ने शिक्षक प्रशिक्षण क्षेत्र में एक नया रुझान स्थापित कर दिया है, जो आगामी वर्षों में शिक्षा प्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
25 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी
छत्तीसगढ़ में 25 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी है, जिसमें इच्छुक उम्मीदवार समय रहते आवेदन कर सकते हैं। यह प्रवृत्ति यह संकेत देती है कि डीएलएड कोर्स की लोकप्रियता में और वृद्धि होगी, जबकि बीएड भी नए बदलावों के साथ अपनी जगह बनाए रखने की कोशिश करेगा। इस प्रकार, शिक्षक प्रशिक्षण के क्षेत्र में डीएलएड ने बीएड के मुकाबले इस बार अधिक ध्यान आकर्षित किया है।
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