“राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु): जन्मजात रोगों से पीड़ित बच्चों के लिए जीवनदायिनी पहल” : National Child Health Program Chirayu

National Child Health Program Chirayu

National Child Health Program Chirayu : अम्बिकापुर : जन्मजात रोगों से ग्रसित बच्चों का निशुल्क इलाज जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के मेडिकल कॉलेज व राजधानी रायपुर के अनुबंधित अस्पतालों में शासकीय व्यय पर सफलतापूर्वक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार कर रही है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके), जिसे चिरायु योजना के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार द्वारा संचालित एक प्रमुख स्वास्थ्य पहल है। यह कार्यक्रम 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों में जन्मजात विकारों, बीमारियों, पोषण की कमी और विकास में देरी जैसी समस्याओं का समय पर निदान और उपचार सुनिश्चित करता है।

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National Child Health Program Chirayu

4D मॉडल यह योजना “डिफेक्ट एट बर्थ,” “डिजीज़,” “डिफिशिएंसी,” और “डेवलपमेंट डिले” जैसी चार श्रेणियों में 44 प्रकार की बीमारियों का पता लगाकर उनका इलाज करती है। नि:शुल्क सेवाएँ बच्चों को स्वास्थ्य परीक्षण, दवाइयाँ, सर्जरी और अन्य आवश्यक उपचार बिल्कुल मुफ्त प्रदान किए जाते हैं। व्यापक कवरेज आंगनबाड़ी केंद्रों, सरकारी स्कूलों और अस्पतालों के माध्यम से बच्चों तक पहुँच बनाई जाती है। मितानिन और एएनएम जैसे स्थानीय स्वास्थ्य कर्मी बच्चों की पहचान और पंजीकरण में मदद करते हैं।

सरगुजा जिले में

सरगुजा जिले में अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक की स्थिति में 585 गांवों के 2383 आंगनबाड़ी केंद्र और 2074 स्कूलों में कुल 2,17,809 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें 1,29,279 बच्चे स्कूलों में और 88,530 बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों में जांच किए गए। ऑपरेशन कार्यक्रम के तहत 77 बच्चों में हृदय रोग, 22 बच्चों में क्लब फूट, 9 बच्चों में क्लेप लिप और 18 बच्चों में अन्य बीमारियों का सफल ऑपरेशन किया गया। सभी बच्चे स्वस्थ और खुशहाल हैं।

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महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ

  • 2018 से अब तक 1.76 लाख बच्चों का सफल उपचार किया गया है, जिसमें हृदय रोग, कटे होंठ, क्लबफुट और मोतियाबिंद जैसी गंभीर बीमारियाँ शामिल हैं।
  • अकेले छत्तीसगढ़ में 330 चिरायु दल सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इनकी मदद से हजारों बच्चों को स्वस्थ जीवन जीने का अवसर मिला है।
  • महासमुंद जिले में थैलेसीमिया जैसे जटिल मामलों का सफल इलाज किया गया, जिससे कई बच्चों को नया जीवन मिला।

समुदाय पर प्रभाव

यह योजना न केवल शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों को ठीक कर रही है बल्कि उनके मानसिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा दे रही है। चिरायु योजना ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों पर वित्तीय बोझ कम कर उन्हें राहत दी है।

चिरायु योजना बच्चों के बेहतर भविष्य की दिशा में एक कदम है। यह न केवल उनकी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करती है बल्कि उन्हें एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने का अवसर भी प्रदान करती है।

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