सूरजपुर में हाथियों का कहर, हाथी के कुचलने से व्यक्ति की दर्दनाक मौत, क्षेत्र में दहशत का माहौल: Man dies after being crushed by elephant

Man dies after being crushed by elephant

Man dies after being crushed by elephant: सूरजपुर, छत्तीसगढ़: सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन क्षेत्र के गांव धरोहरा में हाथियों के झुंड ने एक व्यक्ति पर हमला कर उसकी जान ले ली। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।

घटना का विवरण

आज तड़के लगभग 12 बजे, 45 वर्षीय शिवनाथ (सुखराम के पुत्र) पर पांच हाथियों के एक समूह ने हमला कर दिया। वन विभाग के अनुसार, ये हाथी हाल ही में जशपुर से प्रतापपुर क्षेत्र में आए थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, शिवनाथ अपने घर के पास था जब अचानक हाथियों का सामना हुआ और उन्होंने उस पर हमला कर दिया।

वन विभाग की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। वन रेंजर उत्तम मिश्रा और उनकी टीम अब गांव में तैनात है और हाथियों की गतिविधियों पर नज़र रख रही है।

“हम स्थिति पर पूरी नज़र रख रहे हैं और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं,” मिश्रा ने बताया।

Man dies after being crushed by elephant बढ़ती चिंताएं

यह घटना अकेली नहीं है। पिछले कुछ महीनों में, पड़ोसी बलरामपुर जिले में हाथियों के हमलों से चार लोगों की मौत हो चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि वन क्षेत्रों में मानव गतिविधियों के बढ़ने से हाथियों और मनुष्यों के बीच संघर्ष बढ़ रहा है।

सावधानियां और सलाह

वन विभाग ने क्षेत्र के सभी गांवों के निवासियों को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:

  • रात में अकेले बाहर न निकलें
  • हाथियों का पता चलने पर तुरंत वन विभाग को सूचित करें
  • हाथियों का पीछा न करें या उन्हें परेशान न करें
  • अपने आसपास के क्षेत्रों में सतर्क रहें

सरकार के प्रयास

छत्तीसगढ़ सरकार मानव-हाथी संघर्ष को कम करने के लिए विभिन्न उपाय कर रही है। इनमें हाथियों के लिए गलियारे बनाना, ग्रामीणों को जागरूक करना और क्षेत्र में हाथियों की निगरानी के लिए विशेष टीमों का गठन शामिल है।

वन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम इस समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।”

Man dies after being crushed by elephant पीड़ित परिवार की स्थिति

शिवनाथ के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं। स्थानीय प्रशासन ने मृतक के परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।

इस दुखद घटना ने एक बार फिर मानव-हाथी संघर्ष के मुद्दे को सामने लाया है। वन विभाग और स्थानीय प्रशासन लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं।

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