Abandonment of Newborn in Ambikapur: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बौरीपारा इलाके के एक किराए के मकान में नवजात शिशु का शव कचरे के डब्बे में पाया गया। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
Abandonment of Newborn in Ambikapur घटना का विवरण
मंगलवार सुबह बौरीपारा स्थित एक किराए के मकान में रहने वाले लोगों ने कचरे के डब्बे में नवजात शिशु का शव देखा। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह घटना प्रसव के तुरंत बाद की हो सकती है, क्योंकि शव पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं पाए गए हैं।

सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
पुलिस ने मकान और आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि दो युवतियां इस घटना में शामिल हो सकती हैं। उन्हें मकान से भागते हुए देखा गया था। फिलहाल, उनकी पहचान और गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयासरत है।
इलाके में आक्रोश
इस घटना ने स्थानीय निवासियों को झकझोर कर रख दिया है। लोग इस अमानवीय कृत्य की निंदा कर रहे हैं और आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग कर रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह हमारे समाज पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि आखिर क्यों मासूम बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है?”
समाज पर सवाल
यह घटना केवल एक आपराधिक मामला नहीं बल्कि समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है। हाल ही में ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ी है, जो यह दर्शाती हैं कि कहीं न कहीं सामाजिक जागरूकता की कमी हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए शिक्षा और जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।
पुलिस का बयान
कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया, “हम मामले की हर एंगल से जांच कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों से पूछताछ के आधार पर हम जल्द ही आरोपियों तक पहुंचने की उम्मीद करते हैं।”

समाजसेवियों का आह्वान
घटना के बाद कई समाजसेवी संगठनों ने इस मुद्दे पर आवाज उठाई है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। साथ ही, उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर कोई महिला या परिवार किसी संकट में हो तो उसकी मदद करें, ताकि ऐसी घटनाएं न हों।
निष्कर्ष
अंबिकापुर की यह घटना केवल एक अपराध नहीं बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है। यह समय है जब हमें अपनी सोच बदलकर संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का परिचय देना होगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। लेकिन इससे भी जरूरी यह समझना होगा कि ऐसे मामलों को जड़ से खत्म करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा।
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