अंबिकापुर में छात्रों का खतरनाक स्टंट, फेयरवेल पार्टी के बाद सड़कों पर हुड़दंग, पुलिस ने की कार्रवाई: Dangerous stunt of students in Ambikapur

Dangerous stunt of students in Ambikapur

Dangerous stunt of students in Ambikapur: अंबिकापुर। आजकल स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं में सड़कों पर स्टंट करने का नया ट्रेंड चल रहा है। वे कारों और बाइकों पर खतरनाक स्टंट करते हुए शहर की सड़कों पर देखे जा सकते हैं ऐसा ही एक मामला अंबिकापुर में सामने आया, जहां एक प्राइवेट स्कूल में फेयरवेल पार्टी के बाद लगभग एक दर्जन छात्र-छात्राएं कारों में सवार होकर शहर की सड़कों पर निकल गए.

उन्होंने तेज रफ्तार में गाड़ियां चलाईं और खतरनाक स्टंट किए, जिससे सड़क पर चलने वाले राहगीरों को परेशानी हुई. रिंग रोड, जो शहर का मुख्य व्यावसायिक और परिवहन मार्ग है, वहां भी छात्रों ने लापरवाही से स्टंट किए, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता था. लगभग 4 घंटे तक यह स्टंटबाजी का खेल चलता रहा, और छात्रों ने खुद इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

इस घटना के बाद स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल उठ रहे हैं. क्या स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों को इस बारे में जानकारी नहीं थी कि उनके छात्र ऐसा कर सकते हैं? क्या स्कूल ने छात्रों को अनुशासित रखने के लिए कोई कदम उठाया था?

यातायात पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई की है. यातायात प्रभारी विजय कैवर्त्य ने बताया कि एसपी ने इस मामले में निर्देश दिए हैं[1]. वीडियो में दिख रहे वाहनों के नंबरों के आधार पर उनके मालिकों से संपर्क किया जा रहा है. कुछ गाड़ियां किराए की भी हैं, और पुलिस वाहन मालिकों को बुलाकर पूछताछ करेगी. गाड़ियों पर चालानी कार्रवाई के साथ-साथ अन्य सख्त कदम भी उठाए जाएंगे.

गांधीनगर पुलिस ने वीडियो के आधार पर लगभग एक दर्जन कार मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.

इस घटना के बाद यातायात प्रभारी तृप्ति सिंह राजपूत को हटा दिया गया है, और विजय कैवर्त्य को जिम्मेदारी सौंपी गई है.

Dangerous stunt of students in Ambikapur

इस खबर का मकसद लोगों को जागरूक करना है कि सड़कों पर स्टंट करना खतरनाक हो सकता है और इससे दूसरों की जान को भी खतरा हो सकता है. साथ ही, यह खबर स्कूल प्रशासन और पुलिस को भी कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करती है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.

Read Also- आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा, स्वास्थ्य विभाग ने दुर्ग, रायपुर समेत बिलासपुर के 15 अस्पतालों का लाइसेंस किया रद्द 

Advertisement

ताजा खबरें