Chhattisgarh 4106 Gram Panchayats Became TB Free: रायपुर : छत्तीसगढ़ ने तपेदिक (टीबी) के खिलाफ बड़ी सफल लड़ाई लड़ी है। अब राज्य की 4106 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया गया है। यह सफलता “निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़ 100 दिवसीय अभियान” की वजह से मिली है, जिसे 7 दिसंबर 2024 को शुरू किया गया था।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य था गांव-गांव जाकर टीबी के मरीजों की पहचान करना, उनका इलाज करना और लोगों को टीबी के बारे में जागरूक करना। अभियान में स्वास्थ्यकर्मी और स्वयंसेवी संगठनों ने मिलकर 100 दिनों तक मेहनत की और गाँव-गाँव जाकर जांच और फ्री इलाज करवाया।
Chhattisgarh 4106 Gram Panchayats Became TB Free
यहाँ जागरूकता फैलाने के लिए रैली, नुक्कड़ नाटक और स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। इसके साथ ही पंचायत प्रतिनिधि, आशा वर्कर और अन्य संगठनों ने घर-घर जाकर लोगों को टीबी के लक्षण समझाए और इलाज के लिए प्रेरित किया।
सरकार ने मरीजों को मुफ्त दवाइयाँ दीं और साथ ही पोषण की भी व्यवस्था की, जिससे मरीज मजबूत होकर इलाज पूरा कर सकें। इस तरह के समन्वित प्रयासों की वजह से छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान भी मिला है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अब इन पंचायतों में नए टीबी मरीज नहीं मिल रहे हैं, और पुराने मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। सरकार बाकी ग्राम पंचायतों को भी जल्दी टीबी मुक्त बनाने की योजना बना रही है।
सरकार का लक्ष्य है कि पूरे छत्तीसगढ़ को जल्द ही पूरी तरह टीबी मुक्त राज्य बनाया जाए। इसके लिए और भी ज्यादा लोगों को टीबी के लक्षण जानने और समय पर इलाज करवाने के लिए जागरूक किया जाएगा।
यह सफलता साबित करती है कि सही योजना, समाज की भागीदारी और लगातार मेहनत से बीमारी को हराया जा सकता है। छत्तीसगढ़ की यह उपलब्धि पूरे देश के लिए प्रेरणा है।
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