Transport Revolution in Rural Areas:– अंबिकापुर:छत्तीसगढ़ सरकार ने गांवों और दूर-दराज इलाकों में बस सेवा को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सेवा योजना शुरू की है। इस योजना के तहत अब उन जगहों पर भी सरकारी बसें चलने लगी हैं, जहां पहले बस की सुविधा कम थी या नहीं थी। इसका मकसद गांव के लोगों को सस्ती और आसान यात्रा का मौका देना है।

Transport Revolution in Rural Areas
पहले चरण में बस्तर और सरगुजा संभाग के 71 नए रास्तों पर 100 बसें चलाई जाएंगी। इनमें बस्तर के 55 और सरगुजा के 16 रास्ते शामिल हैं। ये रास्ते दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों से लेकर जशपुर और बलरामपुर तक फैले हैं। इन बसों से लोगों को स्कूल, अस्पताल, काम और बाजार तक पहुंचने में आसानी होगी।
इस योजना में छोटे और मध्यम आकार की बसों को अनुमति दी जाएगी। राज्य और जिला स्तर पर खास टीम बनाकर नए रास्तों का चुनाव किया जाएगा। बस चलाने वालों में स्थानीय लोग, खासकर अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, महिलाएं और नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोग प्राथमिकता में होंगे। चयन प्रक्रिया पूरी तरह साफ-सुथरी और पारदर्शी होगी।

बस मालिकों को तीन साल तक टैक्स से छूट मिलेगी। साथ ही, पहले साल प्रति किलोमीटर 26 रुपये, दूसरे साल 24 रुपये और तीसरे साल 22 रुपये की आर्थिक मदद सरकार देगी। दृष्टिबाधित, दिव्यांग, 80 साल से ऊपर के बुजुर्ग और एड्स से पीड़ित लोग अपने एक साथी के साथ मुफ्त यात्रा कर सकेंगे। नक्सल प्रभावित इलाकों के लोग आधा किराया देंगे।

इस योजना से गांव के लोग शहरों से जुड़ पाएंगे और उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के बेहतर मौके मिलेंगे। इससे किसान, मजदूर, छात्र और छोटे व्यापारी सीधे लाभान्वित होंगे। सरकार का मानना है कि इस योजना से गांवों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और लोगों का जीवन बेहतर बनेगा।
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