Ambikapur Textile Businessman in DMF Scam: सरगुजा – अम्बिकापुर : बहुचर्चित डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (DMF) घोटाले की जांच के तहत शनिवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की संयुक्त टीम ने शहर के जाने-माने कपड़ा व्यापारी और सरकारी विभागों के सप्लायर, ध्वजाराम इंटरप्राइजेज के संचालकों के निवास पर छापामार कार्रवाई की।

Ambikapur Textile Businessman in DMF Scam छापेमारी की मुख्य बातें
शनिवार सुबह-सुबह ही टीम ने ब्रह्मरोड स्थित आवास पर दस्तक दी और घर में मौजूद सभी लोगों को एकत्र कर जांच शुरू की। तलाशी के दौरान टीम को 19 लाख 1 हजार रुपए नकद, बड़ी मात्रा में ठेके से जुड़े कागजात, इलेक्ट्रॉनिक डाटा, और बैंकिंग लेनदेन के दस्तावेज बरामद हुए।
फर्म के मालिक मुकेश अग्रवाल और उनके पिता घर पर मौजूद थे, जबकि अशोक अग्रवाल किसी निजी कार्य से बाहर गए हुए थे। DMF घोटाले में इन कारोबारियों के खिलाफ पहले से ही एफआईआर दर्ज है। आरोप है कि इन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों में करोड़ों की सप्लाई में गड़बड़ी की है। इससे पहले भी इन कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा छापे डाले जा चुके हैं।

जांच और आगे की कार्रवाई
DMF घोटाले की तफ्तीश के तहत ACB-EOW की टीम ने प्रदेश के अन्य शहरों में भी कई जगहों पर छापेमारी की है, जिसमें रायपुर, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा आदि शामिल हैं। छापे के दौरान कई मोबाइल फोन, कंप्यूटर, बैंक खातों की जानकारी और संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए गए। जब्त नकदी और दस्तावेजों की गहन जांच के बाद आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
DMF घोटाले को राज्य के सबसे बड़े घोटालों में गिना जा रहा
छत्तीसगढ़ के DMF घोटाले को राज्य के सबसे बड़े घोटालों में गिना जा रहा है, जिसमें सरकारी विभागों में सप्लाई के नाम पर करोड़ों की हेराफेरी और भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। पूर्ववर्ती सरकार के समय महिला एवं बाल विकास तथा आदिवासी कल्याण विभागों में बड़े पैमाने पर सप्लाई हुई थी, जिसमें भारी अनियमितता उजागर हुई।
अंबिकापुर के कपड़ा व्यापारी के घर हुई छापेमारी में 19 लाख रुपए नकद और ठेके से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं। DMF घोटाले में इन कारोबारियों की भूमिका की जांच तेज हो गई है और जब्त दस्तावेजों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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