20 year old youth commits suicide: सरगुजा, छत्तीसगढ़, सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां 20 वर्षीय आशीष मिंज को पुलिस द्वारा पूछताछ के बाद अपने घर के पास एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया। यह घटना पिछले साल नवंबर में 16 वर्षीय संध्या कुमारी की मौत के मामले से जुड़ी है, जिसमें पुलिस और मृतक के परिवार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
मां के आरोप: पुलिस ने मांगी रिश्वत
आशीष की मां का आरोप है कि लखनपुर थाने के एक पुलिस अधिकारी ने संध्या कुमारी की मौत के मामले को दबाने के लिए उनसे ₹50,000 की मांग की थी। उन्होंने बताया, “मेरे बेटे को पुलिस थाने बुलाया गया था, जहां उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया और पैसे की मांग की गई। हमने प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी से भी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
पुलिस का पक्ष: आरोपों से किया इनकार
पुलिस अधिकारी पन्ना लाल ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि आशीष और उनकी मां ने संध्या कुमारी की मौत की जांच रोकने के लिए उन्हें पैसे की पेशकश की थी। “हमने कभी भी पैसे की मांग नहीं की। उल्टा, वे हमें रिश्वत देना चाहते थे, जिसे हमने स्वीकार नहीं किया,” पन्ना लाल ने कहा।
पिछली घटना: संध्या कुमारी की मौत
नवंबर 2024 में, 16 वर्षीय संध्या कुमारी की आशीष मिंज के घर पर आत्महत्या से मौत हो गई थी। इस घटना के बाद आशीष ने भी जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था, लेकिन वह बच गया था। संध्या के परिवार ने हत्या का शक जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
थाने में कथित हमला
आशीष की मां के अनुसार, जब उन्हें पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया, तो वहां मौजूद कुछ लोगों ने, जो बाइक चोरी की रिपोर्ट करने आए थे, आशीष पर हमला कर दिया। “मेरे बेटे के साथ थाने में मारपीट की गई और पुलिसवालों ने कुछ नहीं किया,” उन्होंने आरोप लगाया।
20 year old youth commits suicide: जांच जारी
लखनपुर पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि दोनों पक्षों के आरोपों की जांच की जा रही है और जल्द ही सत्य सामने आएगा। “हम इस मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेंगे और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी,” एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
इस त्रासदी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, विशेषकर अल्पवयस्क लड़की की मौत के मामले में जांच के तरीके को लेकर। अधिकारियों से अपेक्षा की जा रही है कि वे जल्द से जल्द इस मामले का समाधान निकालें ताकि दोनों परिवारों को न्याय मिल सके।
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